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"दृष्टिकोण / अशोक अंजुम" के अवतरणों में अंतर
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अपने पंद्रह वर्षीय बेटे की
जेब में देखकर माचिस
माँ के भुनभुनाने पर
बेटा बताता है-
माँ तुम समझती हो
इससे सिगरेट ही सुलगती है
नहीं माँ, नहीं
इससे दिया भी जलाया जाता है!