भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"प्रहरी / अशोक अंजुम" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अशोक अंजुम |अनुवादक= |संग्रह=अशोक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

01:25, 27 जुलाई 2025 के समय का अवतरण

लैंसडाउन के रास्ते में
ऊँची-नीची पहाड़ियों पर
कतारबद्ध खड़े हैं
ऊँचे-ऊँचे
देवदार के पेड़
जैसे सीमा पर खड़े हों सैनिक
कवायद के लिए

जांबाज प्रहरी।
वे सीमा के
ये पर्यावरण के