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"अगर यूँ ही ये दिल सताता रहेगा / ख़्वाजा मीर दर्द" के अवतरणों में अंतर

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अगर यों ही ये दिल सताता रहेगा <br>
 
अगर यों ही ये दिल सताता रहेगा <br>

00:49, 30 दिसम्बर 2008 का अवतरण

अगर यों ही ये दिल सताता रहेगा
तो इक दिन मेरा जी ही जाता रहेगा

मैं जाता हूँ दिल को तेरे पास छोड़े
मेरी याद तुझको दिलाता रहेगा

गली से तेरी दिल को ले तो चला हूँ
मैं पहुँचूँगा जब तक ये आता रहेगा

क़फ़स में कोई तुम से ऐ हम-सफ़ीरों
ख़बर कल की हमको सुनाता रहेगा

ख़फ़ा हो कि ऐ "दर्द" मर तो चला तू
कहाँ तक ग़म अपना छुपाता रहेगा