भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मेरा माज़ी / मीना कुमारी

3 bytes removed, 03:23, 7 जनवरी 2009
अज़ान जो अपनी ही वीरानगी से टकरा कर<br>
थकी छुपी हुई बेवा ज़मीं के दामन पर<br>
पढ़े नमाज़ ख़ुदा जाने किसको सिज़दा सिजदा करे<br><br>