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"दफ़्तर / तुलसी रमण" के अवतरणों में अंतर

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आदेश का दरिया  
 
आदेश का दरिया  
 
             बहता है
 
             बहता है
सबसे छोटे साँचे से सबसे बड़े साँचे तक  
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सबसे छोटे साँचे से  
 +
सबसे बड़े साँचे तक  
 
सर-सर हवा  
 
सर-सर हवा  
 
निसरती है   
 
निसरती है   
  
 
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11:22, 14 जनवरी 2009 का अवतरण

एक साँचों का घर है
जिसके अलग-अलग आकार के
अनेक साँचों में
एक ही आदमी रहता है
हर सुबह
सायरन बजने पर
साचों के के घर में घुसता है
और दिन भर
हर साँचे के आकार में
फैलता और
सिकुड़ता जाता है
सबसे बड़े साँचे से
सबसे छोटे साँचे की ओर
आदेश का दरिया
             बहता है
सबसे छोटे साँचे से
सबसे बड़े साँचे तक
सर-सर हवा
निसरती है