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{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार: [[बृज नारायण चकबस्त]][[Category:=बृज नारायण चकबस्त]][[Category:कविताएँ]]}}
[[Category:नज़्म]]
शायद खिज़ाँ से शक्ल अयाँ हो बहार की <br>