भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"गर्वोक्ति / ललन चतुर्वेदी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ललन चतुर्वेदी |संग्रह= }} <Poem> न ऊधो का लिया न माधो ...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
22:01, 11 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण
न ऊधो का लिया
न माधो का दिया
न किसी का भला
न बुरा ही किया
चलती रही
साँस जब तक
जिया
इसी तरह
देव-दुर्लभ मनुष्य पर
उसने विभूषित किया।