भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सरिता / एल्युआर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
हेमंत जोशी (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=पॉल एल्युआर }} <poem> '''सरिता''' मेरी जीभ के नीचे बहती...) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
|रचनाकार=पॉल एल्युआर | |रचनाकार=पॉल एल्युआर | ||
}} | }} | ||
− | |||
− | |||
<poem> | <poem> | ||
+ | मेरी जीभ के नीचे | ||
+ | बहती है सरिता | ||
− | + | जल... | |
+ | जिसकी | ||
+ | कल्पना भी नहीं करते हम | ||
− | मेरी | + | मेरी |
− | + | छोटी-सी नाव | |
− | + | ||
− | + | ||
− | + | ||
और गिरे हुए परदे | और गिरे हुए परदे | ||
पंक्ति 19: | पंक्ति 18: | ||
</poem> | </poem> | ||
− | + | '''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी |
01:44, 3 मार्च 2009 का अवतरण
मेरी जीभ के नीचे
बहती है सरिता
जल...
जिसकी
कल्पना भी नहीं करते हम
मेरी
छोटी-सी नाव
और गिरे हुए परदे
चलो बात करें
मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी