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"बंशी बजाके श्यामने / भजन" के अवतरणों में अंतर

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अपनी निगाहें नाज़से........२ मस्ताना कर दिया .<br><br>
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20:14, 17 अप्रैल 2009 के समय का अवतरण

बंशी बजाके श्याम ने दीवाना कर दिया
अपनी निगाहें-नाज़ से........२ मस्ताना कर दिया .

जब से दिखाई श्याम ने वो सांवरी सुरतिया........२
वो सांवरी सुरतिया वो मोहनी मुरतिया........२
खुद बन गये शमा मुझे परवाना कर दिया
बंशी बजाके श्याम ने दीवाना कर दिया

बांकी अदा से देखा मन हरन श्याम ने.....२
मन हरन श्याम ने सखी चित चोर श्याम ने....२
इस दिन दुनिया से मुझे बेगाना कर दिया....२
बंशी बजा के श्याम ने दीवाना कर दिया
अपनी निगाहें-नाज़ से........२ मस्ताना कर दिया .