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23:59, 26 अप्रैल 2009 के समय का अवतरण
एक नेता मंच पर कल रो पड़ा
लोग बोले-हो गया अचरज बड़ा
जिस तरफ कुर्सी मिले उस ओर ही
दौड़ जाता “देशभक्तों’ का धड़ा
सांप्रदायिकता मिटाने के लिए
दल-समर्थित जाति का प्रतिनिधि खड़ा
एक चिड़िया ने तड़प कर यों कहा
हर समुंदर स्नान से इनके सड़ा
कब घड़ी होगी कि जब यह जनसभा
फोड़ देगी पाप का इनके घड़ा