भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रामधारी सिंह "दिनकर" }}{{KKPageNavigation|पीछे=रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 7|आगे=रश्मिरथी / द्वितीय सर्ग / भाग 2|संग्रहसारणी= रश्मिरथी / रामधारी सिंह "दिनकर"
}}
 
 
[[रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 7|<< प्रथम सर्ग / भाग 7]] | [[रश्मिरथी / द्वितीय सर्ग / भाग 2| द्वितीय सर्ग / भाग 2 >>]]
 
 
शीतल, विरल एक कानन शोभित अधित्यका के ऊपर,
लौह-दण्ड पर जड़ित पड़ा हो, मानो, अर्ध अंशुमाली।
 
 
[[रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 7|<< प्रथम सर्ग / भाग 7]] | [[रश्मिरथी / द्वितीय सर्ग / भाग 2| द्वितीय सर्ग / भाग 2 >>]]