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"काश ! मेरा मन / हिमांशु पाण्डेय" के अवतरणों में अंतर

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20:21, 22 मई 2009 के समय का अवतरण

 
 
काश ! मेरा मन
सरकंडे की कलम- सा होता
जिसे छील-छाल कर,
बना कर
भावना की स्याही में डुबाकर
मैं लिखता
कुछ चिकने अक्षर -
मोतियों-से,
प्रेम के ।