कवि: [[{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=विष्णु विराट]][[Category:कविताएँ]]}}
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शेष सन्नाटा बड़ा बेचैन करता
उन किलों में।
गढ गढ़ रहे गणराज्य वैशाली नगर में
बांध घुंघरू नगर बधुएं