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"मोटी पत्नी / काका हाथरसी" के अवतरणों में अंतर

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ढाई मन से कम नहीं, तौल सके तो तौल
 
ढाई मन से कम नहीं, तौल सके तो तौल
  

18:23, 25 मई 2009 का अवतरण

ढाई मन से कम नहीं, तौल सके तो तौल

किसी-किसी के भाग्य में, लिखी ठौस फ़ुटबौल

लिखी ठौस फ़ुटबौल, न करती घर का धंधा

आठ बज गये किंतु पलंग पर पड़ा पुलंदा

कहँ ‘ काका ' कविराय , खाय वह ठूँसमठूँसा

यदि ऊपर गिर पड़े, बना दे पति का भूसा