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"हो झालौ दे छे रसिया नागर पनाँ / बिहारी" के अवतरणों में अंतर

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हो झालौ दे छे रसिया नागर पनाँ।
 
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साराँ देखे लाज मराँ छाँ आवाँ किण जतनाँ॥
 
साराँ देखे लाज मराँ छाँ आवाँ किण जतनाँ॥
 
छैल अनोखो कह्यो न मानै लोभी रूप सनाँ।
 
छैल अनोखो कह्यो न मानै लोभी रूप सनाँ।
 
रसिक बिहारी नणद बुरी छै हो लाग्यो म्हारो मनाँ॥
 
रसिक बिहारी नणद बुरी छै हो लाग्यो म्हारो मनाँ॥
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18:59, 25 मई 2009 का अवतरण

हो झालौ दे छे रसिया नागर पनाँ।
साराँ देखे लाज मराँ छाँ आवाँ किण जतनाँ॥
छैल अनोखो कह्यो न मानै लोभी रूप सनाँ।
रसिक बिहारी नणद बुरी छै हो लाग्यो म्हारो मनाँ॥