भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"एक शे’र३ / अली सरदार जाफ़री" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अली सरदार जाफ़री }} <poem> '''एक शे’र३''' आस्तीं ख़ून मे...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
14:45, 27 मई 2009 का अवतरण
एक शे’र३
आस्तीं ख़ून में तर प्यार जताते हो मगर
क्या ग़ज़ब करते हो ख़ंजर तो छुपाओ साहब