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"चिड़िया से कहा लड़की ने / रवीन्द्र दास" के अवतरणों में अंतर

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चिड़िया से कहा लड़की ने
 
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पंख दोगी मुझे !
 
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उड़ना चाहती हूँ मैं भी
 
उड़ना चाहती हूँ मैं भी
 
 
खुले आकाश में
 
खुले आकाश में
 
 
चिड़िया ने कहा
 
चिड़िया ने कहा
 
 
क्यों नहीं , ये लो मेरे पंख
 
क्यों नहीं , ये लो मेरे पंख
 
 
घूम आओ अनंत आकाश में
 
घूम आओ अनंत आकाश में
 
 
सकपका गयी लड़की
 
सकपका गयी लड़की
 
 
बोली- नहीं, नहीं ,
 
बोली- नहीं, नहीं ,
 
 
अभी नहीं ले सकती मैं पंख ,
 
अभी नहीं ले सकती मैं पंख ,
 
 
मम्मी डाटेंगी
 
मम्मी डाटेंगी
 
 
मैं ठीक हूँ ऐसे ही
 
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फिर भी प्रार्थना करुँगी भगवान् से
 
फिर भी प्रार्थना करुँगी भगवान् से
 
 
अगले जन्म में
 
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पंखों वाली चिड़िया बना दे मुझे!
 
पंखों वाली चिड़िया बना दे मुझे!
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23:27, 6 जून 2009 के समय का अवतरण

चिड़िया से कहा लड़की ने
पंख दोगी मुझे !
उड़ना चाहती हूँ मैं भी
खुले आकाश में
चिड़िया ने कहा
क्यों नहीं , ये लो मेरे पंख
घूम आओ अनंत आकाश में
सकपका गयी लड़की
बोली- नहीं, नहीं ,
अभी नहीं ले सकती मैं पंख ,
मम्मी डाटेंगी
मैं ठीक हूँ ऐसे ही
फिर भी प्रार्थना करुँगी भगवान् से
अगले जन्म में
पंखों वाली चिड़िया बना दे मुझे!