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"छिपा लो मुझे / रवीन्द्र दास" के अवतरणों में अंतर
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जैसे छा जाता है मेघ आसमान पर | जैसे छा जाता है मेघ आसमान पर | ||
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निचोड़ लो मेरा हर कतरा | निचोड़ लो मेरा हर कतरा | ||
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नींबू की तरह | नींबू की तरह | ||
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निगल जाओ मेरा वजूद | निगल जाओ मेरा वजूद | ||
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जैसे निगल लेती है मृत्यु | जैसे निगल लेती है मृत्यु | ||
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अपने आप से | अपने आप से | ||
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23:29, 6 जून 2009 के समय का अवतरण
लिपट जाओ ऐसे
जैसे लिपट जाती है लताएँ
पेड़ों से
छा जाओ मुझपर
जैसे छा जाता है मेघ आसमान पर
बना लो मुझे अपना
शरबत में मिठास की तरह
निचोड़ लो मेरा हर कतरा
नींबू की तरह
निगल जाओ मेरा वजूद
जैसे निगल लेती है मृत्यु
उकता गया हूँ
अपने आप से
छिपा लो मुझे कहीं भी
किसी भी तरह