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"ईर्ष्या का रंग गाढ़ा है / गिरधर राठी" के अवतरणों में अंतर
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Pratishtha (चर्चा | योगदान) छो (ईर्ष्या का रंग गाढ़ा है / गिरिधर राठी का नाम बदलकर ईर्ष्या का रंग गाढ़ा है / गिरधर राठी कर दिया गया ह) |
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02:38, 24 जून 2009 के समय का अवतरण
परत-दर-परत खरोंचो इसे--
यह मैं कहता हूँ अपने-आप से
और तुम से कहता हूँ--
आज यह हरा है
कल इस से उठेगी हरांध
रीढ़ पर जमेंगे थक्के
तब मुझे तुम्हारा गुलाबीपन
रास नहीं आएगा
अभी कहे देता हूँ
तुम से
और ख़ुद से