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"मेरो दरद न जाणै कोय / मीराबाई" के अवतरणों में अंतर
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घायल की गति घायल जाणै, जो कोई घायल होय।<br> | घायल की गति घायल जाणै, जो कोई घायल होय।<br> |
19:24, 24 जून 2009 का अवतरण
हे री मैं तो प्रेम-दिवानी मेरो दरद न जाणै कोय।
घायल की गति घायल जाणै, जो कोई घायल होय।
जौहरि की गति जौहरी जाणै, की जिन जौहर होय।
सूली ऊपर सेज हमारी, सोवण किस बिध होय।
गगन मंडल पर सेज पिया की किस बिध मिलणा होय।
दरद की मारी बन-बन डोलूँ बैद मिल्या नहिं कोय।
मीरा की प्रभु पीर मिटेगी, जद बैद सांवरिया होय।