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"मैं अरज करूँ / मीराबाई" के अवतरणों में अंतर

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प्रभुजी मैं अरज करुँ छूं म्हारो बेड़ो लगाज्यो पार।।<br>
 
प्रभुजी मैं अरज करुँ छूं म्हारो बेड़ो लगाज्यो पार।।<br>
 
इण भव में मैं दुख बहु पायो संसा-सोग निवार।<br>
 
इण भव में मैं दुख बहु पायो संसा-सोग निवार।<br>

19:26, 24 जून 2009 के समय का अवतरण

प्रभुजी मैं अरज करुँ छूं म्हारो बेड़ो लगाज्यो पार।।
इण भव में मैं दुख बहु पायो संसा-सोग निवार।
अष्ट करम की तलब लगी है दूर करो दुख-भार।।
यों संसार सब बह्यो जात है लख चौरासी री धार।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर आवागमन निवार।।