भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"दो बूँदें / जयशंकर प्रसाद" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
लेखक: [[जयशंकर प्रसाद]]
+
{{KKGlobal}}
[[Category:कविताएँ]]
+
{{KKRachna
[[Category: जयशंकर प्रसाद]]
+
|रचनाकार=चंद्रसेन विराट
 
+
}}
~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~
+
  
 
शरद का सुंदर नीलाकाश
 
शरद का सुंदर नीलाकाश

20:39, 27 जनवरी 2008 का अवतरण

शरद का सुंदर नीलाकाश

निशा निखरी, था निर्मल हास

बह रही छाया पथ में स्वच्छ

सुधा सरिता लेती उच्छ्वास

पुलक कर लगी देखने धरा

प्रकृति भी सकी न आँखें मूंद

सु शीतलकारी शशि आया

सुधा की मनो बड़ी सी बूँद !