भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पहचान / केशव" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
प्रकाश बादल (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केशव |संग्रह=धूप के जल में / केशव }} Category:कविता <poem> द...) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
{{KKRachna | {{KKRachna | ||
|रचनाकार=केशव | |रचनाकार=केशव | ||
− | |संग्रह= | + | |संग्रह=धरती होने का सुख / केशव |
}} | }} | ||
− | + | {{KKCatKavita}} | |
<poem> | <poem> | ||
− | + | दुनिया और वक़्त में | |
लोग जीते हैं--- | लोग जीते हैं--- | ||
उथले और बौने लोग | उथले और बौने लोग | ||
पंक्ति 13: | पंक्ति 13: | ||
कीचड़ में धँसे लदे हुए ट्रक की तरह | कीचड़ में धँसे लदे हुए ट्रक की तरह | ||
− | उन्हें जो | + | उन्हें जो क़रीब लाता है एक दूसरे के |
वह न उनका सुख है न दुख | वह न उनका सुख है न दुख | ||
उनका अकेलापन है | उनका अकेलापन है | ||
− | अपने साथ न रह सकने | + | अपने साथ न रह सकने की |
असुरक्षा है | असुरक्षा है | ||
− | जो हर | + | जो हर वक़्त रहती है उनके भीतर |
− | + | ::खड़े पानी की तरह | |
और जो वास्तव में आदमी हैं | और जो वास्तव में आदमी हैं | ||
− | वे | + | वे सम्बन्धित नहीं वक़्त या दुनिया से |
क्योंकि वे अपने साथ हैं सदा | क्योंकि वे अपने साथ हैं सदा | ||
साथ होना अपने | साथ होना अपने | ||
करता है उन्हें साधारणता से मुक्त | करता है उन्हें साधारणता से मुक्त | ||
और वे दूरबीन की तरह | और वे दूरबीन की तरह | ||
− | आँखों से | + | आँखों से लगाए ज़िन्दगी |
पहचान लेते हैं मौत का चेहरा | पहचान लेते हैं मौत का चेहरा | ||
सम्बन्धित हैं असल में जिससे वे | सम्बन्धित हैं असल में जिससे वे | ||
− | + | </Poem> |
14:04, 22 अगस्त 2009 के समय का अवतरण
दुनिया और वक़्त में
लोग जीते हैं---
उथले और बौने लोग
अपनी साधारणता के साथ
जिसमें फँसे हैं वे
कीचड़ में धँसे लदे हुए ट्रक की तरह
उन्हें जो क़रीब लाता है एक दूसरे के
वह न उनका सुख है न दुख
उनका अकेलापन है
अपने साथ न रह सकने की
असुरक्षा है
जो हर वक़्त रहती है उनके भीतर
खड़े पानी की तरह
और जो वास्तव में आदमी हैं
वे सम्बन्धित नहीं वक़्त या दुनिया से
क्योंकि वे अपने साथ हैं सदा
साथ होना अपने
करता है उन्हें साधारणता से मुक्त
और वे दूरबीन की तरह
आँखों से लगाए ज़िन्दगी
पहचान लेते हैं मौत का चेहरा
सम्बन्धित हैं असल में जिससे वे