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11:33, 6 सितम्बर 2009 का अवतरण
सुबह की उम्मीद
रचनाकार | बी. आर. विप्लवी |
---|---|
प्रकाशक | वाणी प्रकाशन |
वर्ष | 2004 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | ग़ज़ल |
पृष्ठ | 136 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- दर्द को एक ज़ुबान देते हैं - बक़लम खुद / बी. आर. विप्लवी
- दो लफ्ज़ - भूमिका / बी. आर. विप्लवी
- उम्दा ग़ज़लों की किताब - भूमिका / बी. आर. विप्लवी
- उम्र की दास्तान लंबी है / बी. आर. विप्लवी
- दूर से ही क़रीब लगते हैं / बी. आर. विप्लवी
- इबादतख़ाने ढाए जा रहे हैं / बी. आर. विप्लवी
- आँख का फ़ैसला दिल की तज्वीज़ है / बी. आर. विप्लवी
- तू हज़ारों ख़्वाहिशों में बँट गई / बी. आर. विप्लवी
- उसका अहद-ए- वफ़ा मज़हका सा लगे / बी. आर. विप्लवी
- पतंगों की उड़ानों को यहीं पर मात होती है / बी. आर. विप्लवी