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"खुरदरे पैर / नागार्जुन" के अवतरणों में अंतर
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फटी बिवाइयोंवाले खुरदरे पैर | फटी बिवाइयोंवाले खुरदरे पैर | ||
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कुसुम-कोमल मन में | कुसुम-कोमल मन में | ||
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गुट्ठल घट्ठोंवाले कुलिश-कठोर पैर | गुट्ठल घट्ठोंवाले कुलिश-कठोर पैर | ||
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दे रहे थे गति | दे रहे थे गति | ||
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चला रहे थे | चला रहे थे | ||
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एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन चक्र | एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन चक्र | ||
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कर रहे थे मात त्रिविक्रम वामन के पुराने पैरों को | कर रहे थे मात त्रिविक्रम वामन के पुराने पैरों को | ||
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नाप रहे थे धरती का अनहद फासला | नाप रहे थे धरती का अनहद फासला | ||
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घण्टों के हिसाब से ढोये जा रहे थे ! | घण्टों के हिसाब से ढोये जा रहे थे ! | ||
− | + | देर तक टकराए | |
− | + | उस दिन इन आँखों से वे पैर | |
− | देर तक | + | भूल नहीं पाऊंगा फटी बिवाइयाँ |
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− | उस दिन इन | + | धँस गईं कुसुम-कोमल मन में |
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− | भूल नहीं पाऊंगा फटी | + | |
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''१९६१ में लिखी गई'' | ''१९६१ में लिखी गई'' | ||
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22:13, 24 अक्टूबर 2009 के समय का अवतरण
खुब गए
दूधिया निगाहों में
फटी बिवाइयोंवाले खुरदरे पैर
धँस गए
कुसुम-कोमल मन में
गुट्ठल घट्ठोंवाले कुलिश-कठोर पैर
दे रहे थे गति
रबड़-विहीन ठूँठ पैडलों को
चला रहे थे
एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन चक्र
कर रहे थे मात त्रिविक्रम वामन के पुराने पैरों को
नाप रहे थे धरती का अनहद फासला
घण्टों के हिसाब से ढोये जा रहे थे !
देर तक टकराए
उस दिन इन आँखों से वे पैर
भूल नहीं पाऊंगा फटी बिवाइयाँ
खुब गईं दूधिया निगाहों में
धँस गईं कुसुम-कोमल मन में
१९६१ में लिखी गई