भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"शैख़ जी थोड़ी सी पीकर आइये / सुदर्शन फ़ाकिर" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
[[Category:सुदर्शन फ़ाकिर]]
+
{{KKGlobal}}
[[Category:कविताएँ]]
+
{{KKRachna
[[Category:गज़ल]]
+
|रचनाकार=सुदर्शन फ़ाकिर
{{KKSandarbh
+
}} [[Category:गज़ल]]
|लेखक=सुदर्शन फ़ाकिर
+
|पुस्तक=
+
|प्रकाशक=
+
|वर्ष=
+
|पृष्ठ=
+
}}
+
  
 
शैख़ जी थोड़ी सी पीकर आइये <br>
 
शैख़ जी थोड़ी सी पीकर आइये <br>

18:29, 25 सितम्बर 2008 का अवतरण

शैख़ जी थोड़ी सी पीकर आइये
मय है क्या शय फिर हमें बतलाइये

आप क्यों हैं सारी दुनिया से ख़फ़ा
आप भी दुश्मन मेरे बन जाइये

क्या है अच्छा क्या बुरा बंदा-नवाज़
आप समझें तो हमें समझाइये

जाने दिजे अक़्ल की बातें जनाब
दिल की सुनिये और पीते जाइये