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"स्त्री / शलभ श्रीराम सिंह" के अवतरणों में अंतर

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स्त्री एक रुलाई का नाम है  
 
स्त्री एक रुलाई का नाम है  
 
एक खामोशी का नाम है स्त्री
 
एक खामोशी का नाम है स्त्री
 
  
 
स्त्री एक ख़बर का नाम है  
 
स्त्री एक ख़बर का नाम है  
 
एक नज़र का नाम है स्त्री  
 
एक नज़र का नाम है स्त्री  
 
स्त्री एक लहर का नाम है।
 
स्त्री एक लहर का नाम है।
 
  
 
एक चेतना का नाम है स्त्री
 
एक चेतना का नाम है स्त्री
 
स्त्री एक घटना का नाम है  
 
स्त्री एक घटना का नाम है  
 
एक रचना का नाम है स्त्री।
 
एक रचना का नाम है स्त्री।
 
  
 
स्त्री के भीतर  
 
स्त्री के भीतर  

01:27, 24 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण

एक हँसी का नाम है स्त्री
स्त्री एक रुलाई का नाम है
एक खामोशी का नाम है स्त्री

स्त्री एक ख़बर का नाम है
एक नज़र का नाम है स्त्री
स्त्री एक लहर का नाम है।

एक चेतना का नाम है स्त्री
स्त्री एक घटना का नाम है
एक रचना का नाम है स्त्री।

स्त्री के भीतर
मुझे कभी कोई स्त्री नहीं दिखी
एक भी पंक्ति नहीं लिखी मैंने
स्त्री के ऊपर।


रचनाकाल : 1993