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"कौन / शलभ श्रीराम सिंह" के अवतरणों में अंतर

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सपना देखने वाला कौन है सत्ताओं के सिवा
 
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'''रचनाकाल : 1991, नई दिल्ली
 
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01:30, 24 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण

कौन ले जा रहा है मनुष्य को
सामूहिक आत्मघात की दिशा में बिला झिझक?
सभ्यता को
ध्वंसावशेषों के हवाले करना चाहता है कौन?

भाषाओँ को
हथियारों में ढाल रहा है कौन?
कौन प्रक्षेपास्त्रों में तब्दील कर रहा है
संस्कृतियों को?
जीवन-शैलियों को
साम्प्रदायिकता के हलाहल का रूप दे रहा है कौन?

विज्ञान के
विनाशकारी उपयोग का
सपना देखने वाला कौन है सत्ताओं के सिवा
इस दुनिया में?


रचनाकाल : 1991, नई दिल्ली