भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"आदमी / मधुरिमा / महेन्द्र भटनागर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
छो (आदमी (मधुरिमा) / महेन्द्र भटनागर का नाम बदलकर आदमी / मधुरिमा / महेन्द्र भटनागर कर दिया गया है) |
|||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
|संग्रह= मधुरिमा / महेन्द्र भटनागर | |संग्रह= मधुरिमा / महेन्द्र भटनागर | ||
}} | }} | ||
− | गोद पाकर, कौन जो सोया नहीं ? | + | {{KKCatKavita}} |
− | होश किसने प्यार में खोया नहीं ? | + | <poem> |
− | आदमी, पर है वही जो दर्द को | + | गोद पाकर, कौन जो सोया नहीं? |
− | प्राण में रख, एक पल रोया नहीं !< | + | होश किसने प्यार में खोया नहीं? |
+ | आदमी, पर है वही जो दर्द को | ||
+ | प्राण में रख, एक पल रोया नहीं! | ||
+ | </poem> |
23:21, 30 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण
गोद पाकर, कौन जो सोया नहीं?
होश किसने प्यार में खोया नहीं?
आदमी, पर है वही जो दर्द को
प्राण में रख, एक पल रोया नहीं!