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"दंगा : दो स्थितियाँ / मीठेश निर्मोही" के अवतरणों में अंतर
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14:55, 19 जनवरी 2010 के समय का अवतरण
1.
शब्द चिड़ियों से
तितलियाँ बन गए थे
खतरनाक मौसम की
खिड़कियों से
झाँकते हुए।
2.
सीढ़ियाँ उतर आई थी अजान
कीर्तन चौराहे-चौराहे
पसर गया था।