"तू सच सच आख वे जोगी / पंजाबी" के अवतरणों में अंतर
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<poem>तू सच सच आख वे जोगी, | <poem>तू सच सच आख वे जोगी, | ||
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सजन मिलसी के न मिलसी., | सजन मिलसी के न मिलसी., | ||
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मिलन होसी के न होसी, | मिलन होसी के न होसी, | ||
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न करिये माण वतनां दा, | न करिये माण वतनां दा, | ||
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असीं हाँ लाल परदेसी, | असीं हाँ लाल परदेसी, | ||
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तू सच सच आख वे जोगी, | तू सच सच आख वे जोगी, | ||
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सजन मिलसी के न मिलसी, | सजन मिलसी के न मिलसी, | ||
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मिलन होसी के न होसी, | मिलन होसी के न होसी, | ||
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अधी राती दुपट्टा रंगया, | अधी राती दुपट्टा रंगया, | ||
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न माही आया न किली टंगया, | न माही आया न किली टंगया, | ||
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तू सच सच आख वे जोगी, | तू सच सच आख वे जोगी, | ||
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सजन मिलसी के न मिलसी, | सजन मिलसी के न मिलसी, | ||
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मिलन होसी के न होसी, | मिलन होसी के न होसी, | ||
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अधी राती पकन केले, | अधी राती पकन केले, | ||
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विच्छ्डयाँ नूं रब आप सेले, | विच्छ्डयाँ नूं रब आप सेले, | ||
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तू सच सच आख वे जोगी, | तू सच सच आख वे जोगी, | ||
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सजन मिलसी के न मिलसी, | सजन मिलसी के न मिलसी, | ||
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मिलन होसी के न होसी, | मिलन होसी के न होसी, | ||
− | + | अधी राती पकन आडू, | |
− | अधी राती पकन आडू | + | वगण नदियाँ तरण तारु, |
− | + | तू सच सच आख वे जोगी, | |
− | वगण नदियाँ तरण तारु | + | सजन मिलसी के न मिलसी, |
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− | तू सच सच आख वे जोगी | + | |
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− | सजन मिलसी के न मिलसी | + | |
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मिलन होसी के न होसी, | मिलन होसी के न होसी, | ||
+ | अधी राती चमकण तारे, | ||
+ | जुदाई वाले तीर सानुं किस मारे, | ||
+ | न तुसां मारे न असां मारे, | ||
+ | मारण वाला प्रभु आप जाणे, | ||
− | + | तू सच सच आख वे जोगी, | |
− | + | सजन मिलसी के न मिलसी, | |
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− | तू सच सच आख वे जोगी | + | |
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− | सजन मिलसी के न मिलसी | + | |
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मिलन होसी के न होसी,</poem> | मिलन होसी के न होसी,</poem> |
00:27, 4 फ़रवरी 2010 का अवतरण
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तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी.,
मिलन होसी के न होसी,
न करिये माण वतनां दा,
असीं हाँ लाल परदेसी,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,
अधी राती दुपट्टा रंगया,
न माही आया न किली टंगया,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,
अधी राती पकन केले,
विच्छ्डयाँ नूं रब आप सेले,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,
अधी राती पकन आडू,
वगण नदियाँ तरण तारु,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,
अधी राती चमकण तारे,
जुदाई वाले तीर सानुं किस मारे,
न तुसां मारे न असां मारे,
मारण वाला प्रभु आप जाणे,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,