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"चुप रहो या बोलो / प्रयाग शुक्ल" के अवतरणों में अंतर

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10:24, 5 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण

चुप रहो या बोलो

या तो चुप रहो
या बोलो
या तो बोलो
या चुप रहो.

बोलो तो इस तरह
कि भीतर की चुप्पियों
तक ले जाये
बोलना.

रहो चुप तो इस तरह
कि भीतर की चुप्पियाँ
गहरी,
अथाह, बोलें