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"क्या करें और कहाँ जाएँ बताए कोई / विनोद तिवारी" के अवतरणों में अंतर

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क्या करें और कहाँ जाएँ बताए कोई
 
क्या करें और कहाँ जाएँ बताए कोई
अपना इइमान बचा पाएँ बताए कोई
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अपना ईमान बचा पाएँ बताए कोई
  
 
दूर तक एक समन्दर-सा है लहराता हुआ
 
दूर तक एक समन्दर-सा है लहराता हुआ
 
कैसे तूफ़ाँ से न घबराएँ बताए कोई
 
कैसे तूफ़ाँ से न घबराएँ बताए कोई
  
भ्रष्ट
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भ्रष्ट लोगों ने परस्पर प्रशस्तियाँ गाईं
लोगों ने परस्पर प्रशस्तियाँ गाईं
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क्यों न मिलती रहें सुविधाएँ बताए कोई
 
क्यों न मिलती रहें सुविधाएँ बताए कोई
 
   
 
   

14:35, 12 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण


क्या करें और कहाँ जाएँ बताए कोई
अपना ईमान बचा पाएँ बताए कोई

दूर तक एक समन्दर-सा है लहराता हुआ
कैसे तूफ़ाँ से न घबराएँ बताए कोई

भ्रष्ट लोगों ने परस्पर प्रशस्तियाँ गाईं
क्यों न मिलती रहें सुविधाएँ बताए कोई
 
सिर्फ़ आज़ादी हो, रोटी हो न कपड़ा न मकान
लोग फिर गाएँ या चिल्लाएँ बताए कोई