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"अनुराग / त्रिलोचन" के अवतरणों में अंतर

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अतिथि से सब का समभाव है;
 
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जब उषा उतरी तब भूमि का
 
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हुलसना, खिलना, किस से छिपा,
 
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पकड़ है जिसमें अनुराग है
पकड़ है जिसमें अनुराग है.
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05:11, 22 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण

अतिथि से सब का समभाव है;
जब उषा उतरी तब भूमि का
हुलसना, खिलना, किस से छिपा,
पकड़ है जिसमें अनुराग है ।