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"मधानियाँ, ओये मेरेया डाडेया रब्बा / पंजाबी" के अवतरणों में अंतर
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− | + | मधाणीयाँ, | |
− | ओये मेरेया | + | हाय ओये मेरेया डाडेया रब्बा, |
− | + | किन्ना जम्मियाँ किन्ना ने ले जाणीयाँ । | |
− | हाय छोले , | + | हाय छोले, |
− | बाबुल | + | बाबुल तेरे मैहलां विच्चों |
− | सत | + | सत रंगिया कबूतर बोले । |
− | हाय पावे , | + | हाय पावे, |
− | बाबुल तेरे | + | बाबुल तेरे मैहलां विच्चों |
− | ठंडी | + | ठंडी हवा पूरे दी आवे । |
− | हाय फीता , | + | हाय फीता, |
− | ऐना सकेयाँ | + | ऐना सकेयाँ वीरां ने |
− | डोला | + | डोला टोर के अगां नू कीता । |
− | हाय फीता , | + | हाय फीता, |
− | ऐना | + | ऐना सकीयां भाबियाँ ने |
− | डोला | + | डोला टोर के कच्चा दुध पीता । |
हाय कलियाँ, | हाय कलियाँ, | ||
− | मावां | + | मावां धीयाँ मिलन लगियां |
− | चारे | + | चारे कंदां चबारे दियां हलियाँ |
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20:43, 14 मार्च 2010 का अवतरण
♦ रचनाकार: अज्ञात
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- हिमाचली लोकगीत
मधाणीयाँ,
हाय ओये मेरेया डाडेया रब्बा,
किन्ना जम्मियाँ किन्ना ने ले जाणीयाँ ।
हाय छोले,
बाबुल तेरे मैहलां विच्चों
सत रंगिया कबूतर बोले ।
हाय पावे,
बाबुल तेरे मैहलां विच्चों
ठंडी हवा पूरे दी आवे ।
हाय फीता,
ऐना सकेयाँ वीरां ने
डोला टोर के अगां नू कीता ।
हाय फीता,
ऐना सकीयां भाबियाँ ने
डोला टोर के कच्चा दुध पीता ।
हाय कलियाँ,
मावां धीयाँ मिलन लगियां
चारे कंदां चबारे दियां हलियाँ