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12:05, 25 अप्रैल 2010 का अवतरण

बूढ़े ने कहा
ठंड आ गयी साहब
कल दीवाली है
और जूठे बर्तन
उठाकर चला गया

कितनी गंदी है दीवाली
गंदी है
मीठी सी मुस्‍कान बूढ़े की.