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− | वह | + | वह दरवाज़े पर है |
उस पार से बहुत बड़ी दुनिया | उस पार से बहुत बड़ी दुनिया | ||
पार कर के दस्तक | पार कर के दस्तक | ||
− | जब | + | जब दरवाज़े पर होगी |
तब के लिए वह रात भर | तब के लिए वह रात भर | ||
− | + | दरवाज़े पर है। | |
− | वह एक भूली हुई | + | वह एक भूली हुई चीज़ है। |
भगवान के अपने लिए मौत | भगवान के अपने लिए मौत | ||
− | मेरे लिए सब कुछ | + | मेरे लिए सब कुछ माँगती |
काम करती अपना | काम करती अपना | ||
अकेली घर में जब तक है | अकेली घर में जब तक है | ||
− | घर में दिये का उजाला | + | घर में दिये का उजाला है। |
आज मुझे उसकी याद | आज मुझे उसकी याद | ||
− | आ रही है | + | आ रही है अभी। |
मुझे अभी उसे भूल जाना है | मुझे अभी उसे भूल जाना है | ||
− | + | दरवाज़ा बंद होते ही | |
बाहर रह जाएगी वह | बाहर रह जाएगी वह | ||
− | और दस्तक नहीं | + | और दस्तक नहीं देगी। |
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20:49, 2 मई 2010 के समय का अवतरण
वह दरवाज़े पर है
उस पार से बहुत बड़ी दुनिया
पार कर के दस्तक
जब दरवाज़े पर होगी
तब के लिए वह रात भर
दरवाज़े पर है।
वह एक भूली हुई चीज़ है।
भगवान के अपने लिए मौत
मेरे लिए सब कुछ माँगती
काम करती अपना
अकेली घर में जब तक है
घर में दिये का उजाला है।
आज मुझे उसकी याद
आ रही है अभी।
मुझे अभी उसे भूल जाना है
दरवाज़ा बंद होते ही
बाहर रह जाएगी वह
और दस्तक नहीं देगी।