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"मेरा प्रतिपल सुन्दर हो / सुमित्रानंदन पंत" के अवतरणों में अंतर
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मोती-सा सरस, सुघर हो! | मोती-सा सरस, सुघर हो! | ||
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प्रमुदित, मोदित, मधुमय हो! | प्रमुदित, मोदित, मधुमय हो! | ||
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मेरा प्रतिपल निर्भय हो, | मेरा प्रतिपल निर्भय हो, | ||
निःसंशय, मंगलमय हो, | निःसंशय, मंगलमय हो, |
11:55, 13 मई 2010 के समय का अवतरण
मेरा प्रतिपल सुन्दर हो,
प्रतिदिन सुन्दर, सुखकर हो,
यह पल-पल का लघु-जीवन
सुन्दर, सुखकर, शुचितर हो!
हों बूँदें अस्थिर, लघुतर,
सागर में बूँदें सागर,
यह एक बूँद जीवन का
मोती-सा सरस, सुघर हो!
मधुऋतु के कुसुम मनोहर,
कुसुमों की ही मधु प्रियतर,
यह एक मुकुल मानस का
प्रमुदित, मोदित, मधुमय हो!
मेरा प्रतिपल निर्भय हो,
निःसंशय, मंगलमय हो,
यह नव-नव पल का जीवन
प्रतिपल तन्मय, तन्मय हो!
रचनाकाल: जनवरी’ १९३१