भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"मेरी गली में / मुकेश मानस" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna}} <poem. मेरी गली मे गली में आया एक बच्चा आठ-दस साल का ठंड में ठ…)
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKRachna}}
 
{{KKRachna}}
<poem.
+
<poem>
 +
 
 
मेरी गली मे
 
मेरी गली मे
  

22:34, 4 जून 2010 का अवतरण


मेरी गली मे

गली में आया एक बच्चा
आठ-दस साल का
ठंड में ठिठुरता हुआ
पीपनी बजाकर
गुब्बारे बेचता हुआ
मुझे प्यार आता है इस बच्चे पर
रोज-रोज आए
ये बच्चा मेरी गली में

गली में आया एक अधेड़
हट्टा-कट्टा सही-सलामत
चोगा और रुद्राक्षी लटकाए
ईश्वर के नाम पर
भीख मांगता हुआ
मुझे नफरत होती है उससे
क्यों आता है
ये निठल्ला मेरी गली में
1992