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"नींव अनाम सिपाही होंगे / विजय वाते" के अवतरणों में अंतर

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00:24, 15 जून 2010 के समय का अवतरण

होंगे जिल्ले इलाही होंगे
साथी चोर सिपाही होंगे

जो खुद अपने साथ नहीं हैं
किसके क्या हमराही होंगे

खौफज़दा वो कान के कच्चे
क्या जुल्मों के गवाही होंगे

उनकी हस्ती रिश्ते नाते
सब के सब हरजाई होगे

खुद को गलत समझने वाले
अपने ही शैदाई होंगे

नाम अमर चाहे इनका हो
नींव अनाम सिपाही होंगे