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"पिल्लू / रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’" के अवतरणों में अंतर

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मैं गोदी में तुम्हें खिलाता,  
 
मैं गोदी में तुम्हें खिलाता,  
ब्रेड डालकर दूध पिलाता,
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दस वर्षों तक साथ निभाया,
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दस वर्षों तक साथ निभाया,  
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आज छोड़ दी तुमने काया ।
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विपदाओं से नही डरे तुम,
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कुत्ते की नही मौत मरे तुम ।
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पीड़ा देती बहुत जुदाई,
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पिल्लू-राजा तुम्हें विदाई ।
 
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12:04, 15 जून 2010 के समय का अवतरण

जब तुम थे प्यारे से बच्चे,
मुझको लगते कितने अच्छे ।
 
मैं गोदी में तुम्हें खिलाता,
ब्रेड डालकर दूध पिलाता ।

दस वर्षों तक साथ निभाया,
आज छोड़ दी तुमने काया ।

विपदाओं से नही डरे तुम,
कुत्ते की नही मौत मरे तुम ।

पीड़ा देती बहुत जुदाई,
पिल्लू-राजा तुम्हें विदाई ।