भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"लम्हों की / विजय वाते" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
|संग्रह= दो मिसरे / विजय वाते | |संग्रह= दो मिसरे / विजय वाते | ||
}} | }} | ||
− | + | {{KKCatGhazal}} | |
भीख लम्हों की, प्यास लम्हों की|<br> | भीख लम्हों की, प्यास लम्हों की|<br> | ||
ये कहानी है खास लम्हों की|<br><br> | ये कहानी है खास लम्हों की|<br><br> |
09:59, 19 जून 2010 का अवतरण
भीख लम्हों की, प्यास लम्हों की|
ये कहानी है खास लम्हों की|
मेरी गोदी मई चांद लेटा है,
मेरी चादर उदास लम्हों की|
सात घोडे हैं, एक रास्ता है,
किसने थमी है रास लम्हों की
उफ़ गज़ब की ये जानलेवा हैं,
दस्तकें आस-पास लम्हों की|
बात मत कर 'विजय' रिहाई की,
जिंदगानी है दास लम्हों की|