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"पुलिस / रमेश कौशिक" के अवतरणों में अंतर

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23:50, 25 जून 2010 के समय का अवतरण

जब बच्चा था
अगर कभी मैं रो देता था
दादी अम्मा कहती मुझसे
पुलिस पकड़ कर ले जाएगी
वरना जल्दी से चुप हो जा .

अब जब बड़ा हुआ तो
मैं यह सोच रहा हूँ
दादी अम्मा तुम झूठी थीं
रोता देख पुलिस खुश होती
हँसता देख पकड़ ले जाती.