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"कृपया ठुँग न मारें-4 / नवनीत शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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क्या तुम ऐसी पाँच तख़्तियाँ
 
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`कृपया ठुँग न मारें'
  
 
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21:19, 1 जुलाई 2010 के समय का अवतरण

 

दफ़्तर
घर
माँ
प्रेमिका
दोस्त
ओ सूरजप्रकाश!
क्या तुम ऐसी पाँच तख़्तियाँ
दे सकते हो?
जिन पर लिखा हो
`कृपया ठुँग न मारें'