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"तुम्हारे मेरे बीच / ओम पुरोहित ‘कागद’" के अवतरणों में अंतर

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(नया पृष्ठ: <poem>तेरे मेरे बीच कुछ घूमता है ! ना तुम्हारे पास थमता है ना मेरे पास ! …)
 
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03:54, 18 जुलाई 2010 के समय का अवतरण

तेरे मेरे बीच
कुछ घूमता है !
ना तुम्हारे पास थमता है
ना मेरे पास !

यह क्या है
तेरे मेरे बीच
जो भ्रमणरत है ?

इस को कोई नाम देते
डर क्यों लगता है ?

अनुवाद-अंकिता पुरोहित "कागदांश"