भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"समंदर / मुकेश मानस" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Mukeshmanas (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मुकेश मानस |संग्रह=काग़ज़ एक पेड़ है / मुकेश मान…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
17:56, 7 सितम्बर 2010 का अवतरण
ठहरे हुए पानी में
एक पत्थर मार कर किसी ने
पूरे समंदर को हिला दिया
या समंदर
खुद ही बहुत बेचैंन था
2005