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"दर्द से मेरा दामन भर दे या अल्लाह / क़तील" के अवतरणों में अंतर

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दर्द से मेरा दामन भर दे या अल्लाह
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मैनें तुझसे चाँद सितारे कब माँगे
फिर चाहे दीवाना कर दे या अल्लाह <br><br>
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रौशन दिल बेदार नज़र दे या अल्लाह
  
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सूरज सी इक चीज़ तो हम सब देख चुके
रौशन दिल बेदार नज़र दे या अल्लाह <br><br>
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सचमुच की अब कोई सहर दे या अल्लाह
  
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या धरती के ज़ख़्मों पर मरहम रख दे
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या धरती के ज़ख़्मों पर मरहम रख दे <br>
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20:48, 10 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण

दर्द से मेरा दामन भर दे या अल्लाह
फिर चाहे दीवाना कर दे या अल्लाह

मैनें तुझसे चाँद सितारे कब माँगे
रौशन दिल बेदार नज़र दे या अल्लाह

सूरज सी इक चीज़ तो हम सब देख चुके
सचमुच की अब कोई सहर दे या अल्लाह

या धरती के ज़ख़्मों पर मरहम रख दे
या मेरा दिल पत्थर कर दे या अल्लाह