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"हौंसलों में फ़कत उतार सही / शेरजंग गर्ग" के अवतरणों में अंतर
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− | और थोड़ा इंतज़ार सही | + | और थोड़ा-सा |
+ | इंतज़ार सही | ||
जो नज़ारे नज़र नहीं आते | जो नज़ारे नज़र नहीं आते | ||
− | उन | + | उन नज़ा |
+ | रों की यादगार सही | ||
नाउम्मीदी से लाख बेहतर है | नाउम्मीदी से लाख बेहतर है |
08:12, 18 सितम्बर 2010 का अवतरण
हौंसलों में फ़कत उतार सही
वक़्त ज्यादा ही होशियार सही
आप कितना गलत-गलत समझें
हमको कहना है बार-बार सही
हम तो पैदल चलेंगे मंज़िल तक
आप ही पाँचवे सवार सही
वक़्त की त्योरियाँ भी उतरेंगी
और थोड़ा-सा
इंतज़ार सही
जो नज़ारे नज़र नहीं आते
उन नज़ा
रों की यादगार सही
नाउम्मीदी से लाख बेहतर है
एक उम्मीद दाग़दार सही