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"ऐसी हालत मे क्या किया जाए / शेरजंग गर्ग" के अवतरणों में अंतर
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पूरा नक़्शा बदल दिया जाए। | पूरा नक़्शा बदल दिया जाए। | ||
− | देश का क्लेश मिटे इस | + | देश का क्लेश मिटे इस ख़ातिर |
फिर नए तौर से लिया जाए। | फिर नए तौर से लिया जाए। | ||
ख़ुद को ख़ुदगर्ज़ियों की सूली पर | ख़ुद को ख़ुदगर्ज़ियों की सूली पर | ||
− | क्यों | + | क्यों ख़ुशी से चढ़ा दिया जाए? |
प्यार की मार हो, प्रहर न हो | प्यार की मार हो, प्रहर न हो | ||
आज ऐसे भी लड़ लिया जाए। | आज ऐसे भी लड़ लिया जाए। | ||
− | क़ौम को | + | क़ौम को जो नई उमर बख़्शे |
− | घूँट कड़वा | + | घूँट कड़वा ही पी लिया जाए। |
− | चाक दामन हुआ | + | चाक दामन हुआ शराफ़त का |
उसको सम्मान से सिया जाए। | उसको सम्मान से सिया जाए। | ||
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17:37, 18 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण
ऐसी हालत मे क्या किया जाए?
पूरा नक़्शा बदल दिया जाए।
देश का क्लेश मिटे इस ख़ातिर
फिर नए तौर से लिया जाए।
ख़ुद को ख़ुदगर्ज़ियों की सूली पर
क्यों ख़ुशी से चढ़ा दिया जाए?
प्यार की मार हो, प्रहर न हो
आज ऐसे भी लड़ लिया जाए।
क़ौम को जो नई उमर बख़्शे
घूँट कड़वा ही पी लिया जाए।
चाक दामन हुआ शराफ़त का
उसको सम्मान से सिया जाए।