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"कोमलता / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर
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जिनका सिरहाना
ताउम्र
पत्थर रहा हो
उन्हें तकिए पर नींद
नहीं आती
पत्थर की कोमलता
हर कोई नहीं जानता